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मुंबई16 मिनट पहले
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नवाब मलिक के इस्तीफे को लेकर विपक्षी दल बीजेपी हमलावर है और वह हर हाल में मलिक के इस्तीफे पर अड़ी हुई है।
1993 ब्लास्ट के आरोपी दाउद इब्राहिम के परिवार से जमीन खरीदने से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नवाब मलिक को उद्धव सरकार का पूरा समर्थन मिल रहा है। महाराष्ट्र के मंत्री और एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने स्पष्ट कर दिया है कि मलिक से इस्तीफा नहीं लिया जाएगा। जयंत पाटिल ने कहा कि चूंकि वे जेल में हैं और मंत्रालय का काम नहीं कर सकते हैं, इसलिए उनके मंत्रालय की जिम्मेदारी तत्काल किसी और को दी जाएगी।
हालांकि, नवाब मलिक के इस्तीफे को लेकर विपक्षी दल बीजेपी हमलावर है और वह हर हाल में मलिक के इस्तीफे पर अड़ी हुई है। इस मामले में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के घर पर रविवार को दो घंटों तक एनसीपी नेताओं की बैठक हुई। बैठक के बाद फैसला लिया गया कि नवाब मलिक के मंत्रालय की जिम्मेदारी दूसरे नेताओं को दी जाएगी। बाद में पाटिल ने स्पष्ट कर दिया कि नवाब मलिक से इस्तीफा नहीं लिया जाएगा।
मलिक के पास दो मंत्रालयनवाब मलिक के पास फिलहाल दो मंत्रालय है। ये हैं अल्पसंख्यक मंत्रालय और कौशल विकास विभाग है। इन दो विभागों की जिम्मेदारी दूसरे मंत्रियों को सौंपी जाएगी। चूंकि महाराष्ट्र में नगर निगम चुनाव होना है और नवाब मलिक महाराष्ट्र एनसीपी के अध्यक्ष हैं, इसलिए नरेंद्र राणे और राखी जाधव को कार्यकारी अध्यक्ष बनाने का फैसला किया है।
मलिक पर अंडरवर्ल्ड से जमीन खरीदने का आरोप
9 नवंबर 2021 को महाराष्ट्र के पूर्व CM देवेंद्र फडणवीस ने नवाब मलिक के अंडरवर्ल्ड से रिश्ते का सनसनीखेज खुलासा किया था। उन्होंने कहा था कि नवाब मलिक ने दाऊद इब्राहिम के गैंग से जमीनें खरीदीं। ये जमीनें मुंबई में ब्लास्ट करने के आरोपियों की हैं। पूर्व CM ने आरोप लगाया कि सरदार शाह वली खान और हसीना पारकर के करीबी सलीम पटेल के नवाब मलिक के साथ व्यवसायिक संबंध हैं। इन दोनों ने नवाब मलिक के रिश्तेदार की एक कंपनी (Solidus company) को मुंबई के LBS रोड पर मौजूद करोड़ों की जमीन कौड़ियों के दाम में बेची।
फडणवीस के मुताबिक जमीन की बिक्री सरदार शाह वली खान और सलीम पटेल ने की थी। नवाब मलिक भी इस कंपनी से कुछ समय के लिए जुड़े हुए थे। कुर्ला के LBS रोड पर मौजूद 3 एकड़ जमीन सिर्फ 20-30 लाख में बेची गई, जबकि इसका मार्केट प्राइस 3.50 करोड़ से ज्यादा था। पूर्व CM ने इसके सभी सबूत सेंट्रल एजेंसीज को देने की बात भी कही थी। माना जा रहा है कि इसी मामले में कार्रवाई करते हुए ED की टीम ने मलिक को पूछताछ के लिए उठाया है। हालांकि ED की ओर से इस पर अभी कोई बयान जारी नहीं किया गया है।
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