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Hindi NewsLocalMaharashtraMaharashtra: 25 Congress MLAs Annoyed By The Neglect Of Congress Ministers, Sought Time To Meet Sonia Gandhi
मुंबई3 घंटे पहले
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महाविकास अघाड़ी सरकार के विधायकों की यह तस्वीर सरकार गठन होने से ठीक एक दिन पहले की है। इसमें कई बागी कांग्रेसी विधायक भी हैं।
कांग्रेस के 25 विधायकों के बागी तेवरों को देखने के बाद माना जा रहा है कि राज्य की महाराष्ट्र विकास अघाड़ी यानी उद्धव सरकार की नींव हिल चुकी है। ये वही बागी विधायक हैं, जो अपनी पार्टी के मंत्रियों की भी नहीं सुन रहे हैं। अपने मंत्रियों से नाराज इन विधायकों ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात का वक्त मांगा है। इस बीच बुधवार को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले ने CM उद्धव को पत्र लिखा CMP को सही ढंग से लागू करने की मांग की है।
एक अंग्रेजी अखबार ने दावा किया है कि बागी रुख अख्तियार करने वाले कांग्रेस विधायकों का कहना है कि गठबंधन सरकार की तो छोड़िये यदि हमारे मंत्री ही हमारी नहीं सुनेंगे तो आगामी चुनावों में पार्टी अच्छा प्रदर्शन कैसे कर पाएगी। सूत्रों की माने तो बागी विधायकों ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर तुरंत दखल देने की मांग की है, ताकि चीजें बिगड़ने से पहले संभल जाएं। विधायकों ने कहा कि कांग्रेस के मंत्री हमारी चिंताओं पर ध्यान नहीं दे रहे हैं और वे हमसे तालमेल नहीं बना रहे हैं।
कोई भी मंत्री कांग्रेस विधायकों की नहीं सुन रहापार्टी में समन्वय की कमी जाहिर करते हुए इनमें से कुछ विधायकों ने पत्र में कहा है कि महा विकास अघाड़ी सरकार के मंत्री, खासकर कांग्रेस के मंत्री उनकी बात नहीं सुन रहे हैं। एक विधायक ने कहा कि अगर मंत्री विधायकों के चुनाव क्षेत्रों के कामों का आग्रह टालेंगे तो पार्टी आने-वाले चुनावों में अच्छा प्रदर्शन कैसे करेगी?
ढाई साल बाद पता चला-तीन विधायकों के लिए एक मंत्रीकांग्रेस विधायकों ने कहा कि उन्हें पिछले हफ्ते ही पता चला कि कांग्रेस के तीन विधायकों के साथ समन्वय के लिए एक मंत्री तैनात किया गया है। एक विधायक ने कहा कि यह बात हमें तब पता चली जब एचके पाटिल ने एक बैठक में जानकारी दी। यह अघाड़ी सरकार बनने के कुछ महीने बाद किया गया था, लेकिन हमें इसके बारे में 2.5 साल बाद पता चला। अब भी हमें नहीं पता है कि हमारे साथ कौन-सा मंत्री समन्वय करेगा।
महाराष्ट्र में हाशिए पर चली जाएगी कांग्रेसकांग्रेस के कुछ अन्य विधायकों ने कहा कि हम राकांपा से पिछड़ रहे हैं, क्योंकि उपमुख्यमंत्री अजीत पवार अपनी पार्टी के विधायकों से नियमित रूप से मिलते हैं, धन आवंटित करते हैं और उनकी शिकायतें सुनते हैं। कांग्रेस के एक अन्य विधायक ने कहा कि राकांपा हम पर हमला कर रही है। राकांपा मंत्रालयों को अधिक धन आवंटित किया जाता। अगर चीजें ऐसे ही चलती रहीं तो महाराष्ट्र में भी कांग्रेस अन्य राज्यों की तरह हाशिए पर चली जाएगी। पंजाब की तरह पार्टी महाराष्ट्र में भी बेकार बैठी रहती है तो यहां भी ऐसा ही होगा।
कांग्रेस का कोई विधायक नाराज नहीं : अतुल लोंढे
हालांकि, इस विवाद पर महाराष्ट्र कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंढे बताया कि पार्टी का कोई विधायक सरकार या फिर अपनी पार्टी के मंत्रियों से नाराज नहीं है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस के 25 विधायकों द्वारा पत्र लिखे जाने की खबर भी सिर्फ अफवाह है। सोनिया गांधी कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेता हैं और समय समय पर राज्य के नेता उनसे मिलने का अलग-अलग मुद्दों पर समय मांगते रहते हैं।
लोंढे ने बताया कि हाल के कुछ महीनों में पार्टी के पदाधिकारियों और मंत्रियों के बीच दो बार संयुक्त बैठक भी हो चुकी है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की महाविकास आघाडी सरकार पूरी तरह से स्थिर हैं और पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा करेगी। दरअसल महाविकास आघाडी सरकार की स्थिरता से बौखला कर भाजपा के नेता सरकार और उसमें शामिल दल के बारे में गलत खबरें फैला रहे हैं।
नाना पटोले का सीएम उद्धव को लिखा पत्र।
नाना पटोले ने सीएम उद्धव को लिखा पत्र
नाना पटोले ने आज मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक पत्र भेजा है। पत्र में सीएमपी की याद दिलाते हुए दलित पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए एक योजना लागू करने का आह्वान किया। पत्र में कहा गया है कि कोरोना ने योजना के क्रियान्वयन में देरी की है। नाना ने लिखा है, ‘कोरोना के कार्यकाल में पिछले 3 साल में सीपीएमपी संभव नहीं हो पाई है। लेकिन, अब कोरोना की लहर थम गई है। इसलिए सीएमपी को फिर से लागू किया जाए, दलित और पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदाय के लिए एक योजना लागू की जाए।’
सरकार में शामिल कांग्रेस राज्य सरकार से खुश : आनंद दुबेशिवसेना प्रवक्ता आनंद दुबे ने बताया कि महाविकास आघाडी सरकार में शामिल कांग्रेस पूरी तरह से खुशी व संतुष्ट है। उन्होंने बताया कि स्वयं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सरकार में शामिल बालासाहेब थोरात और अशोक चव्हाण जैसे कांग्रेस के वरिष्ठ मंत्रियों के साथ समय समय पर जरूरी मसलों पर बात कर कांग्रेस की ओर से आने वाले प्रस्तावों पर सकारात्मक निर्णय लेते हैं। जहां तक कांग्रेस के संगठन और अंदरूनी गतिविधियों की बात है, तो सभी दलों में कुछ न कुछ उन्नीस-बीस चलते रहता है। परंतु उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास आघाडी सरकार की स्थिरता पर कोई खतरा नहीं है।
शिवसेना में भी बढ़ा अंतर्कलहऔरंगाबाद में शिवसेना के वरिष्ठ नेता वरुण सरदेसाई के कार्यक्रम में शिवसेना के दो गुटों में आपस में भिडंत हो गई। दोनों ओर से जमकर मारपीट हुए और धक्कामुक्की देखने को मिली। ये सभी युवा विंग के कार्यकर्ता बताए जा रहे हैं। हालांकि, शिवसेना ने इसे घरेलू विवाद बताते हुए जल्द सब सही करने की बात कही है।
महाराष्ट्र विधानसभा की स्थिति
कुल सीटें – 288सरकार बनाने के लिए जरूरी – 145 का आंकड़ाभारतीय जनता पार्टी – 105अन्य – 17
महाविकास अघाड़ी
शिवसेना – 56राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) – 54कांग्रेस – 44निर्दलीय – 12खबरें और भी हैं…
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