‘खोके सरकार में गद्दारों के गुट ने बेशर्मी की पराकाष्ठा को पार कर दिया है। गद्दारों की तरफ से बहुत निचले स्तर की राजनीति चल रही है। महाराष्ट्र और देश ने इतनी गंदी राजनीति कभी नहीं देखी’ ऐसे शाब्दिक तोप शिवसेना नेता व युवासेना प्रमुख आदित्य ठाकरे दागी। उन्होंने कठोर शब्दों में कहा कि ‘शिवसेना को खत्म करने की खोकासुर की साजिश कभी सफल नहीं होगी’।
आदित्य ठाकरे ने कल अपने वर्ली निर्वाचन क्षेत्र में जाकर जनता से संवाद स्थापित किया। इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए आदित्य ठाकरे ने मिंधेगुट पर हमला बोला। केंद्रीय चुनाव आयोग ने शिवसेना के चुनाव चिन्ह धनुष बाण को फ़्रीज कर दिया है। इस बारे में पूछे जाने पर आदित्य ठाकरे ने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा इस तरह के फैसले की उम्मीद नहीं थी। लेकिन अब फैसला आ गया है। इसलिए उसे सामने जाना होगा। लड़ना है, जितना है और आगे बढ़ना है।
जनता मजबूती से है शिवसेना के साथ
खोके सरकार ने खुद को बेच दिया है। पिछले कुछ दिनों में दो-तीन नेताओं के बयानों से पता चलता है कि शिवसेना को खत्म करने की साजिश पिछले ढाई साल से चल रही है। यह सामने आ गया है। गद्दार अपनी राक्षसी महत्वाकांक्षाओं के लिए शिवसेना को खत्म करने के लिए निकल पड़े हैं। उनकी राक्षसी आनंद उन्हें हो रही है। आदित्य ठाकरे ने कहा कि हालांकि महाराष्ट्र और देश की जनता मजबूती से शिवसेना के साथ खड़ी है और यही लोग खोकासुरों की साजिशों को कभी सफल नहीं होने देंगे।
…तो संविधान ही खतरे में पड़ेगी
शिवसेनाप्रमुख बालासाहेब ठाकरे और शिवसेना पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने 40 गद्दारों को सब कुछ दिया। उनकी खुद की कोई पहचान नहीं और अब मेरे दादा का नाम लेकर राजनीति कर रहे हैं। लेकिन जनता गद्दारों को स्वीकार नहीं करेगी। यह उल्लेख करते हुए पीठ में खंजर क्यों घोप रहे हो। तुममें हिम्मत है तो सामने आकर वार करके दिखाओ। विधायक पद से इस्तीफा देकर चुनाव का सामना करके दिखाओ, ऐसी चुनौती आदित्य ठाकरे ने इस दौरान दी। राज्य में बीते 4 महीनों से असंवैधानिक सरकार बैठा हुआ है। देश में ऐसी सरकारें आती हैं, तो उन्हें भारतीय संविधान के लिए ही खतरा पैदा कर सकती है। यह भय भी आदित्य ठाकरे ने व्यक्त की।